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UPSC pre 2021 GS paper 1 or CSAT question paper download

UPSC Prelims 2021 Question Paper PDF & Answer Key:   वर्ष 2021 की यूपीएससी परीक्षा के प्रश्न पत्र डाउनलोड करने के लिए आप नीचे दिए गए इन लिंक पर क्लिक कर सकते हैं ।  साथ ही अगर आप यूपीएससी जैसे विशेष एग्जाम की तैयारी कर रहे हैं तो आप  ऋषभ आईएएस अकैडमी के ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से जुड़ सकते हैं जो एकदम निशुल्क है उसके लिए आप यूट्यूब पर Rishabh IAS academy सर्च कीजिए और हमारे चैनल को सब्सक्राइब कर दीजिए जहां पर हम समय-समय पर यूपीएससी से संबंधित लेक्चर डालते रहते हैं धन्यवाद To download UPSC pre 2021 GS paper 1 question paper  Click this To download ans key of gs paper 1 Click this To download upsc CSAT paper1  Click this

Nobel Prize/नोबेल पुरस्कार 2021

  2021 में सभी क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार (Nobel prizes) प्राप्त करने वाले व्यक्तियों के नाम नोबेल शांति पुरस्कार 2021 Nobel Peace Prize 2021  हाल ही में वर्ष 2021 का नोबेल शांति पुरस्कार  फिलीपींस के पत्रकार   मारिया रसा (Maria Ressa) और रूस के दिमित्री मुरातोव (Dmitry Muratov)  को  अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की रक्षा करने  के उनके प्रयासों के लिये प्रदान किया गया है। साहित्य का नोबेल पुरस्कार, 2021  Nobel Prize for Literature, 2021 साहित्य में 2021 का नोबेल पुरस्कार उपन्यासकार अब्दुलराजाक गुरनाह को "उपनिवेशवाद के प्रभावों और संस्कृतियों एवं महाद्वीपों के बीच की खाई में शरणार्थी के भाग्य हेतु अडिग और करुणामय पैठ के लिये" प्रदान किया गया है। भौतिकी में नोबेल पुरस्कार, 2021 Nobel Prize in Physics, 2021 भौतिकी/फिज़िक्स में वर्ष 2021 के नोबेल पुरस्कार का आधा हिस्सा संयुक्त रूप से ‘स्युकुरो मनाबे’ (Syukuro Manabe) और क्लॉस हेसलमैन (Klaus Hasselmann) जबकि दूसरा आधा हिस्सा ‘जियोर्जियो पैरिसी’ (Giorgio Parisi) को ‘जटिल भौतिक प्रणालियों की समझ में अभूतपूर्व योगदान हेतु’ दिय

Monthly current affairs October 2020 for all exam (UPSC,PCS,SSC etc..)

 भारती लिपि (Bharati Script) -   लिपि (Bharati Script) एक सामान्य लिपि के रूप में तैयार की गई है जो सभी प्रमुख भारतीय भाषाओं को व्यक्त कर सकती है। लिपि (Script) एक विशेष भाषा को लिखने के लिये उपयोग किये जाने वाले अक्षरों के समूह को संदर्भित करती है। जैसे- देवनागरी, रोमन आदि।  भारती लिपि को IIT मद्रास में श्रीनिवास चक्रवर्ती (Srinivasa Chakravarthy) की टीम ने विकसित किया है। अटल सुरंग (Atal Tunnel) 03 अक्तूबर, 2020 को भारतीय प्रधानमंत्री हिमाचल प्रदेश में रणनीतिक रूप से महत्त्वपूर्ण अटल सुरंग (Atal Tunnel) का उद्घाटन करा । यह सुरंग हिमाचल प्रदेश के लाहुल एवं स्पीति ज़िले में मनाली के पास सोलंग घाटी (Solang Valley) को सिस्सू (Sissu) से जोड़ती है। समुद्र तल से 3000 मीटर की ऊँचाई पर निर्मित यह दुनिया की सबसे लंबी राजमार्ग सुरंग (Highway Tunnel) है। पर्यटन संजीवनी योजना असम में कोरोना वायरस महामारी से प्रभावित हुए पर्यटन उद्योग को पुनर्जीवित करने के लिये असम सरकार ने पर्यटन संजीवनी योजना (Paryatan Sanjeevani Scheme) की घोषणा की है, जिसके तहत पर्यटन उद्योग के इच्छुक उद्यमियों को 1 लाख रुपए से

Full information about UPSC exam (यूपीएससी परीक्षा की विस्तृत जानकारी) UPSC exam pattern.

 संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी), जो भारत का एक संवैधानिक निकाय है, भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) और भारतीय पुलिस सेवा (IPS) जैसी अखिल भारतीय सेवाओं तथा भारतीय विदेश सेवा (IFS), भारतीय राजस्व सेवा (IRS), भारतीय रेलवे यातायात सेवा (IRTS) एवं भारतीय कंपनी कानून सेवा (ICLS) आदि जैसी प्रतिष्ठित सेवाओं हेतु अभ्यर्थियों का चयन करने के लिये प्रत्येक वर्ष सिविल सेवा परीक्षा आयोजित करता है। प्रत्येक वर्ष लाखों अभ्यर्थी अपना भाग्य आज़माने के लिये इस परीक्षा में बैठते हैं। तथापि, उनमें से चंद अभ्यर्थियों को ही  इन प्रतिष्ठित पदों तक पहुँचने का सौभाग्य प्राप्त होता है।  सिविल सेवा परीक्षा’ मुख्यत: तीन चरणों  में सम्पन्न की जाती है- प्रारंभिक(Prelims)  मुख्य (Mains)  साक्षात्कार(Interview) प्रारंभिक परीक्षा:  प्रथम चरण प्रारंभिक परीक्षा कहलाता है। इसकी प्रकृति पूरी तरह वस्तुनिष्ठ (बहुविकल्पीय) होती है, जिसके अंतर्गत प्रत्येक प्रश्न के लिये दिये गए चार संभावित विकल्पों (a, b, c और d) में से एक सही विकल्प का चयन करना होता है।  सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा 200 अंकों की होती है।  प्रारंभिक परीक्षा में दो प्र

CSAT Preparation for upsc/pcs (in Hindi) | Reasoning trick.

  CSAT means civil services aptitude test. it is very important for aspirants who preparing for IAS/ PCS CSAT paper is qualifying in its nature.but very Imp because without qualifying this your all no. of GS will be waste. इस वीडियो में आप सीखोगे य वाले सवाल करना बहुत ही आसान विधि से   Q.  यदि 10 दोस्तों ने एक दूसरे से हाथ मिलाया तो कुल कितने बार हाथ  मिलेंगे?   Q.  Q.  8 मित्र एक पार्टी में मिलते हैं सभी सबसे एक बार हाथ मिलाते हैं संभावित हाथ मिलाने की संख्या है (uppcs csat 2018) A) 64.          B) 56.         C)28.       D).20

भारत में अंग्रेजों की भू राजस्व व्यवस्था (British Land revenue system in India)

 भारत में अंग्रेजों की भू राजस्व व्यवस्था (British Land revenue system in India    -स्थाई  भू राजस्व व्यवस्था  (इस्तमरारी बंदोबस्त) ( permanent land revenue system) - रैयतवाड़ी व्यवस्था (Ryotwari system) -महालवाड़ी व्यवस्था(Mahalwari system)  स्थाई  भू राजस्व व्यवस्था  (इस्तमरारी बंदोबस्त) ( permanent land revenue system) 1793  लॉर्ड कॉर्नवालिस ने भू राजस्व वसूली की स्थाई व्यवस्था लागू की। आरंभ में यह व्यवस्था 10 वर्ष के लिए लागू की गई थी किंतु 1793 से इसे स्थाई बंदोबस्त में परिवर्तित कर दिया गया।  ब्रिटिश भारत के 19% भाग  पर यह व्यवस्था थी। बंगाल बिहार उड़ीसा उत्तर प्रदेश के वाराणसी और कर्नाटक के उत्तरी क्षेत्र में लागू थी।  इस व्यवस्था में जमींदारों को  भूस्वामी के रूप में मान्यता दी गई। इसके अंतर्गत वे वसूली का कुछ प्रतिशत भाग अपने पास रखकर शेष राशि को कंपनी को जमा करा देते थे।  इस व्यवस्था के अंतर्गत  यह प्रावधान किया गया कि जमीदार की मृत्यु के उपरांत उसकी भूमि उसके उत्तराधिकारीओं में चल संपत्ति की भांति विभाजित होगी कॉर्नवालिस  ने 1794 ईस्वी में एक सूर्यास्त कानून बनाया इसके तहत 

11th class Economics NCERT chapter 1 summary in Hindi

 Class-11th Economics (NCERT)                                                                      Ch- 1  1     'स्वतंत्रता की पूर्व संध्या पर भारतीय अर्थव्यवस्था'                   ' भारत का आर्थिक विकास' इस पुस्तक का मूल उद्देश्य भारतीय अर्थव्यवस्था की मूलभूत विशेषताओं की जानकारी देना और स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद से हुए विकास  से अवगत कराना है।  स्वतंत्रता के बाद की विकास की उपलब्धियों को  सही रूप में समझ पाने के लिए स्वतंत्रता पूर्व की अर्थव्यवस्था की सही जानकारी  की आवश्यकता है।  औपनिवेशिक शासन से पूर्व अपनी स्वतंत्र अर्थव्यवस्था थी  आय का मुख्य स्त्रोत कृषि था फिर भी अर्थव्यवस्था में विभिन्न प्रकार  की विनिर्माण गतिविधियां हो रही थी  सूती और रेशमी वस्त्र धातु आधारित तथा बहुमूल्य मणिरत्न आदि से जुड़ी शिल्प कलाओ के उत्कृष्ट केंद्र के रूप में भारत विश्व भर में सुविख्यात हो चुका था  भारत में बनी इन चीजों की विश्व के बाजारों में अच्छी सामग्री के प्रयोग तथा उच्च स्तर की कलात्मकता के आधार पर बड़ी प्रतिष्ठा थी।  औपनिवेशिक शासन की नीतियों से भारत की अर्थव्यवस्था का अधपतन श